26-04-2025 • मध्यप्रदेश भारत के विकास को गति दे रहा है : केंद्रीय गृह मंत्री शाह    • मध्यप्रदेश में निवेश का सही समय : प्रधानमंत्री श्री मोदी    • शुभ संकल्पों से समाज और राष्ट्र का उत्थान  - मुख्यमंत्री श्री साय    • तेलंगाना में निर्माणाधीन एसएलबीसी सुरंग में हादसा    • जीआईएस-2025 रचेगी भोपाल का नया इतिहास : मुख्यमंत्री डॉ. यादव    • रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नई सीएम    • नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत    • तीन इजरायली और 369 फिलिस्तीनी कैदी रिहा    • क्षिप्रा का पानी होगा शुद्ध, चलेंगी नाव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव    • हमारे रिश्तों की बुनियाद मजबूत-संजय सिंह    


05 Feb, 2025

अमेरिका से वापस आए अवैध भारतीय प्रवासी

अमेरिका से भेजी गई पहली खेप में १०४ अवैध प्रवासी भेजे गए हैं। इनमें से २५ महिलाएं हैं। १२ नाबालिग भी इस ग्रुप में हैं जिसमें सबसे छोटा बच्चा महज चार साल का है जिसे वापस भेजा गया है।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालते ही अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने की कार्रवाई तेज हो गई है। हजारों भारतीयों पर भी कार्रवाई हो रही है। अमेरिका ने १०४ अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भारत भेज दिया है।। पहली खेप में भेजे गए अवैध प्रवासियों में ४८ भारतीयों की उम्र तो २५ साल से भी कम है। अवैध प्रवासियों में सबसे अधिक संख्या हरियाणा और गुजरात की है। पंजाब के भी ३० लोग वापस आने वालों में है। डंकी रूट से इनको वहां भेजा गया था। बुधवार को १०४ अवैध भारतीय प्रवासियों  को विशेष सैन्य विमान  के जरिए भारत भेजा गया। यह विमान अमृतसर के श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। ये मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले कार्रवाई की है।

अमेरिका ने १०४ अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भारत भेज दिया है। इनमें कई युवा और बच्चे भी शामिल हैं, जो डंकी रूट से गए थे। हरियाणा और गुजरात से सबसे ज़्यादा लोग हैं। गुजरात और हरियाणा के ३३-३३ लोग तो पंजाब के ३० लोगों को अवैध प्रवास के आरोप में वापस भेजा गया है। इसके अलावा, महाराष्ट्र से तीन, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ से दो-दो नागरिक शामिल हैं। ये लोग अवैध ढंग से अमेरिका में रह रहे थे। कुछ डंकी रूट से वहां गए थे तो कुछ वीजा खत्म होने के बाद भी वहां रह रहे थे। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की संख्या करीब ७.२५ लाख है । भारत के हजारों लोग वर्षों से अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे जिनमें से अधिकतर डंकी रूट  के जरिए वहां पहुंचे थे। 

अमेरिका से भेजी गई पहली खेप में १०४ अवैध प्रवासी भेजे गए हैं। इनमें से २५ महिलाएं हैं। १२ नाबालिग भी इस ग्रुप में हैं जिसमें सबसे छोटा बच्चा महज चार साल का है जिसे वापस भेजा गया है।

इन १०४ में से ४८ लोग २५ वर्ष से कम उम्र के हैं। सैन एंटोनियो, टेक्सास से रवाना हुए इस विशेष सी-१७ विमान में ११ क्रू मेंबर और ४५ अमेरिकी अधिकारी मौजूद थे जो निर्वासन प्रक्रिया की निगरानी कर रहे थे।

 अमेरिकी प्रशासन ने अवैध प्रवासियों को सैन्य विमान से वापस भेजने की व्यवस्था की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा हम पहली बार इतिहास में अवैध अप्रवासियों को ढूंढकर सैन्य विमानों से वापस भेज रहे हैं।

भारत ने जताई सहमति लेकिन प्रवासियों को लेकर चिंताविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो  से मुलाकात में साफ किया कि भारत अवैध रूप से विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिकों की वैध वापसी  के लिए तैयार है। हालांकि, पंजाब सरकार ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है। पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल  ने कहा कि ये भारतीय नागरिक अमेरिका की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे थे, इन्हें निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास  दिया जाना चाहिए था।

ट्रंप प्रशासन ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद अवैध प्रवासियों पर शिकंजा कसने की घोषणा की थी। अब इस फैसले के बाद हजारों भारतीयों की अमेरिका में प्रवास पर सवाल खड़े हो गए हैं।