26-04-2025 |
केंद्रीय कृषि एवं पंचायत मंत्री शिवराज सिंह जी को एक यात्रा में टूटी सीट क्या मिली उन्होंने उसको अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया। ट्वीट करके चारों ओर यह मैसेज देने का प्रयास किया कि शायद उनके साथ बहुत बड़ी अभद्रता हुई है , और उन्होंने इसके साथ यह भी दिखा दिया कि मैं एक सामान्य आदमी हूं किसी और की सीट नहीं लेता।
कभी पांव पांव वाले भैया कहलाने वाले और अब मामा के रूप में मशहूर केंद्रीय कृषि एवं पंचायत मंत्री शिवराज सिंह जी को एक यात्रा में टूटी सीट क्या मिली उन्होंने उसको अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया। ट्वीट करके चारों ओर यह मैसेज देने का प्रयास किया कि शायद उनके साथ बहुत बड़ी अभद्रता हुई है , और उन्होंने इसके साथ यह भी दिखा दिया कि मैं एक सामान्य आदमी हूं किसी और की सीट नहीं लेता। उन्होंने यह दिखा दिया कि अब वह एक सामान्य और आम आदमी नहीं है अब वह वी आई पी ही हैं चाहे लिखने में वह कुछ भी कहें विमान की टूटी सीट की तो उन्हें तकलीफ हुई ,परंतु आम जनता की तकलीफों से वह शायद वाकिफ नहीं हो पाए की ट्रेनों में उनको कितनी तकलीफ होती है। 700 किसान की मौत, किसान की परेशानी, एम एसपी के लिए उनकी जद्दोजहद,महिलाओं की सुरक्षा के लिए ट्रेनों में सुरक्षा अधिकारी मौजूद नहीं रहते उन की परेशानी। महाकुंभ के दौरान आम आदमी को ही तकलीफों पर उनका कहीं से कोई ट्वीट नहीं आया , लोगों को हुई परेशानियों के लिए भी उनकी तरफ से कभी कोई संदेश नहीं आए परंतु अपनी सीट को लेकर ट्वीट करने से भी नहीं चूके। सत्ता में आ जाने पर आम आदमी की तकलीफों को भुला देने का या बेहतरीन उदाहरण है। मामा आप चाहे जितना भी अपने आप को आम आदमी और किसानों के बीच का दिखाने का प्रयास करो इस ट्वीट से अपने आप को वीआईपी बताने से आपने कोई परहेज नहीं किया। कभी एयर इंडिया भी भारत सरकार के विमानन मंत्रालय के अधीन आया करता था , बिगड़े हुए सिस्टम को सुधारने में समय तो लगता है जिस विमान में आप गए वह कहीं नया विमान नहीं था तो उस पर इतना बवाल क्यों?